हेलो दोस्तों, क्या आप जानते हैं कि Operating System Kya Hai (What is Operating System in Hindi) अगर नही तो आज के इस पोस्ट को पढ़कर आप पूरी तरह से समझ जाएंगे। आज मैं आपको पूरे विस्तार से बताऊंगा की ऑपरेटिंग सिस्टम क्या है? और इसकी जरूरत क्यों है तो चलिए शुरू करते हैं।
ऑपरेटिंग सिस्टम क्या है? (What is Operating System in Hindi)
दोस्तो Operating system को ज्यादातर लोग OS के नाम से जानते हैं जो कि इसके नाम का शॉर्ट फॉर्म है। दोस्तो मैैंने आपको अच्छे से समझाने के लिए नीचे कुछ पॉइंट्स का इस्तेमाल किया है जिसके माध्यम से आप Operating System को आसानी से समझ सकते हैं।
1. ऑपरेटिंग सिस्टम एक software होता है जो यूजर्स तथा कंप्यूटर के मध्यस्थ interface के तोर पर काम करता है इसे सिस्टम software भी कहा जाता है इसी के द्वारा कंप्यूटर हमाँरे दिए गए निर्देशों को समझता है।
2. ऑपरेटिंग सिस्टम में बहुत सारे निर्देश पहले से बना के डाला हुआ रहता है जो कि कंप्यूटर के स्टोरेज में save रहता है जिसकी मदद से कंप्यूटर को कोई भी निर्देश देने पर वो अच्छे से operations को perform करता है।
3. ऑपरेटिंग सिस्टम कंप्यूटर में सबसे पहले लोड होता है इसके बाद ही सारे प्रोग्राम्स लोड होते हैं जिसकी वजह से इसे प्रोग्रामो का प्रोग्राम्स भी कहा जाता है।
4. ऑपरेटिंग सिस्टम ही कंप्यूटर के सभी तरह के प्रोग्राम्स और operations को कंट्रोल करता है।
5. ऑपरेटिंग सिस्टम कंप्यूटर के विभिन्न programs और application को चलता है तथा ये कंप्यूटर के हार्डवेयर और सॉफ्टवेयर को एक समान जोड़े रखता है।
6. ऑपरेटिंग सिस्टम C.P.U. के सभी संचालन को देखता है और कंप्यूटर के इनपुट/आउटपुट/ के साथ स्टोरेज को कंट्रोल करने तथा और भी तरह के सेवाएं उपलब्ध करता है।
7. बिना ऑपरेटिंग सिस्टम के कंप्यूटर सिर्फ एक बेकार मशीन है जिसका कोई इस्तेमाल नहीं है।
दोस्तो जितने भी प्रकार के कंप्यूटर तथा लैपटॉप software होते हैं उनको हम बिना OS के अपने सिस्टम में intall नहीं कर सकते, मतलब software install करने के लिए OS का होना बहुत जरुरी है।
ऑपरेटिंग सिस्टम की विशेताएं – Functions of Operating System in Hindi
- Device Management :- ऑपरेटिंग सिस्टम सारी Devices की जानकारी रखता है और यह ये भी कंट्रोल करता है कि किस device को कोनसा प्रोग्राम दिया जाए और कब और कितने समय के लिए देना है। इसे I/O Controller भी कहा जाता है।
- Processor Management :- जैसा कि आप जानते हैं कि C.P.U. एक समय में एक ही प्रोग्राम को process कर सकता है लेेेेेकिन हम अपने मोबाइल और कंप्यूटर में एक ही समय बहुत सारे प्रोग्राम्स को चला पाते हैं ऐसा इसलिए क्योंकि O.S उन सबको मल्टीप्रोग्रामिंग करने केेेेे लिए सहायता करती है। तथा या प्रोग्राम को प्रोसेस प्रदान करता है और जब किसी प्रोग्राम को सीपीयू की जरूरत खत्म हो जाती है तब यह उसको deallocate कर देता है।
- Memory Management :- Operating system primary memory की पूरी जानकारी तथा उसे मैनेज करता है जब भी किसी प्रोग्राम को मेमोरी की जरूरत होती है ये उसे मेमोरी allocate करता है। और इसके पास ये जानकारी भी होती है कि किस प्रोग्राम ने कितना मेमोरी इस्मतेमाल कर रखा है।
- File Management:- कंप्यूटर तथा लैपटॉप में मौजूद फोल्डर्स को आसानी से खोजा जा सके और efficiently इस्तेमाल किया जा सके इसलिए हम उसे directories में व्यवस्थित करते हैं। जिसमें एक ऑपरेटिंग सिस्टम का अहम काम होता है। कोंनसा data कहा कोनसा data कहा store है तथा files को खोजने भी यही मदद करता है
- Hardware Management :- कंप्यूटर का हर हार्डवेयर का अपना अपना अलग काम होता है लेकिन ऑपरेटिंग सिस्टम respective drivers नमक सॉफ्टवेयर से device communication को कंट्रोल करता है हर हार्डवेयर के लिए एक अलग device driver होता है ये ड्राइवर्स विभिन्न सॉफ्टवेयर और हार्डवेयर के बीच संचार को सफलतापूर्वक करती है।
- Security :- Operating system इसका ध्यान रखता है कि सिर्फ उस सिस्टम का authorized user ही कंप्यूटर और इसके Data को देख पाए। और यह कंप्यूटर को unthorized access से प्रोटेक्ट करता है। इसके लिए इसमें password protection तथा अन्य तकनीकों का इस्तेमाल किया जाता है
- Reliability :- OS लाइट वेट और reliable होता है कंप्यूटर को virus और खराबी से बचने के लिए यह उसमे आ रहे errors को हमेशा find करता है।
- System Performance :- Operating System हमारे कंप्यूटर सिस्टम की हर activities पर नजर रखती है यह कंप्यूटर cpu का status भी बताता है जिससे आप ये जान सकते हो कि cpu कितना इस्तेमाल किया जा रहा है।
- Easy to use :- इसे आप आसान तरीके से इस्तेमाल कर सकते हैं क्यंकि इसमें GUI interface उपस्थित होता है।
- Cost :- Operating system का price उस os के features पर डिपेंड होता है कि उसमे कितना फीचर है। जैसे – window paid os है तथा DOS और UNIX बिल्कुल मुफ्त है।
ऑपरेटिंग सिस्टम के विभिन्न प्रकार – Types Of Operating System in Hindi
दोस्तो अब में आपको ऑपरेटिंग सिस्टम के प्रकार के बारे में बताने जा रहा हूं ऑपरेटिंग सिस्टम कुल 8 प्रकार के होते हैं जो कि निम्न लिखे हुए हैं।
- Multiprogramming Batch Operating System
- Multiprocessor Operating System
- Time-Sharing Operating System
- Batch Operating System
- Real-Time Operating System
- Simple Batch Operating System
- Network Operating System
- Distributed Operating System
ये मेने Operating System के 8 प्रकार बताये तो आपको इसके बारेमे विस्तार से जानना है तो आप निचे कमेंट में बताईये हम इसके बारेमे विस्तार से बतायेगे
ऑपरेटिंग सिस्टम्स के फायदे – Advantages of Operating System
- Windows तथा अन्य OS को इसके ग्राफिकल यूजर इंटरफेस के मदद से इसे आसानी से इस्तेमाल किया जा सकता है। ऐसा होने के वज़ह से नए कंप्यूटर यूजर को इसे चलने में जादा मुश्किल नहीं होती है।
- OS के मदद से हम अपने कंप्यूटर में किसी भी प्रकार का सॉफ्टवेयर और game इंटॉल कर चला सकते हैं तथा उसके मज़े ले सकते हैं।
- इसके माध्यम से हम अपने data तथा resources को किसी अन्य यूजर के साथ भी शेयर कर सकत हैं।
- आप OS को अपने Wi-Fi connection के मदद से os update आने पर आसानी से कर सकते हैं।
- दोस्तो कुछ os इंटरनेट पर फ्री और open source available है जिसके मदद से आप इन्हें फ्री में डाउनलोड कर के अपने सिस्टम पर इस्तेमाल कर सकते हैं।
ऑपरेटिंग सिस्टम के नुस्कान – Disadvantages of Operating System
- दोस्तो Linux OS को चलाना थोड़ा मुश्किल है बाकी os ke मुकाबले, अगर आप एक नए कंप्यूटर यूजर हो और आपको कोडिंग का कोई ज्ञान नहीं है तो आपको कभी दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है।
- दोस्तो Mac OS में virus का attack करने खतरा ज्यादा रहता है।
- दोस्तो कुछ os इंटरनेट पर इस्तेमाल करने के लिए फ्रे में available है जबकि official window काफी महंगा है।
- OS कभी काबर किसी थर्ड पार्टी हार्डवेयर को सपोर्ट करने में दिक्कत दिखती है।
समाप्ति – Conclusion
तो दोस्तो ये थी कुछ महत्वपूर्ण जानकारी कि ऑपरेटिंग सिस्टम क्या है इसके फायदे और नुसकन क्या क्या हैं। तो मुझे आशा है कि आपको OS के बारे में जानकारी मिल गई होगी, और आपका अभी भी कोई सवाल है तो आप हमसे कॉमेंट बॉक्स में पूछ सकते हैं। अगर आपको ये जानकारी अच्छी लगी हो तो आप हमारे ब्लॉग को subscribe कर सकते हैं।
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