जब हम टीवी पर समाचार देखते हैँ तो कभी कभी मन में ख्याल आता है कि काश हम भी ऐसे ही बोल पाते और टीवी पर आ पाते।हम सोच तो लेते हैँ कि हमें भी टीवी पर आना है, और इसे एक सपना सा बना लेते हैँ।
लेकिन क्या आपको पता है कि जो लोग टीवी पर इस वक़्त बोल रहे हैँ वे कितनी मेहनत के बाद यहाँ तक पहुंचे होंगे। तो आज हम बात करने वाले हैँ उसी मीडिया के बारे में जो देश और दुनिया तक की ख़बरों को घर घर तक पहुंचाता है।
जो बिना किसी भेद भाव के लोगों का सच जनता के सामने रूबरू करवाता है। बहुत लोगों की नज़र में मीडिया गलत बन जाता है। लेकिन ऐसा नहीं है, जब बात देश की आती है तो मीडिया कभी भी पीछे नहीं हटता है। भले ही लोग उनके खिलाफ क्यों ना हो जाएं। मीडिया अपना काम बखूबी करता है।
तो आज हम आपको मीडिया के बारे में बताने वाले हैँ- Media Kya Hai in Hindi, Types of Media in Hindi, Meaning Of Media in Hindi, impact of Media in Society in Hindi। तो चलिए जान लेते हैँ मीडिया क्या है, और इसका काम क्या है।
मीडिया क्या है?
मीडिया एक वह तकनीक है, जिसका एकमात्र उद्देश्य है कि बड़े पैमाने पर दर्शकों तक संदेश पहुंचाया जाए। मीडिया आम जनता तक समाचार पहुंचाने के लिए एक प्राथमिक साधन माना जाता है।
वही अगर हम बात करें सोशल मीडिया की तो इसकी सबसे सामान्य साधन समाचार पत्र, पत्रिकाएं, रेडियो, इंटरनेट, तथा टेलीविजन होते हैं। मीडिया कई विषयों पर जनता की राय बनाने में एक बड़ी भूमिका निभाती है। आम जनता समाचारों के लिए सिर्फ मीडिया पर ही निर्भर रहती है।
क्योंकि मीडिया ही एकमात्र ऐसा स्त्रोत है जो कि बड़ी से बड़ी ऐतिहासिक घटना को भी आम जनता को दिखाने के लिए संभव बनाता है।अगर हम उदाहरण के लिए देखिए तो जब नील आर्मस्ट्रांग 1969 में चंद्रमा पर पहुंचे तो मीडिया ने इस ऐतिहासिक घटना को जनता तक पहुंचाया।
क्या होता है मीडिया का काम
मीडिया इंडस्ट्री आज के समय में लोकतंत्र का चौथा स्तम्भ कही जाती है। मीडिया पूरे समुदाय को सूचित, शिक्षित और प्रेरित करने का काम करती है, जिससे समाज में नये विचारों और तकनीकों को जगह मिल सके और समाज की जीवन शैली अच्छी बन सके। मीडिया के बड़े बड़े चैनल्स ख़बरों का संचार देश और दुनिया तक करते हैँ।
जिससे सभी को पूर्ण सूचना प्राप्त हो सके। मीडिया लोगों तक अपनी बात को पहुंचाता है और लोगों को सच से रूबरू कराता है। मीडिया के क्षेत्र में कई माध्यमों से सूचना प्राप्त की जा सकती है। जैसे कि – रेडियो, अख़बार, टेलीविज़न,इंटरनेट और आदि।
मीडिया ख़बरों को एक जगह से दूसरी जगह पहुँचाती है, ताकि सम्पूर्ण अंतराष्ट्रीय स्तर पर एकता की भावना विकसित हो सके। यही नहीं मीडिया आम जनता को अपने विचार और भावनाओं को प्रदर्शित करने का मौका देती है। मीडिया मनोरंजन से जुडी खबरें भी प्रकाशित करती है। कलात्मक, ऐतिहासिक और शिक्षण जैसी फिल्मों को लोगों तक पहुँचाती है और जनता के बीच ज्ञान प्रज्वलित करती है।
क्या हैँ मीडिया के प्रकार
मुख्य तौर पर मीडिया के तीन प्रकार होते हैँ-
1. लोक मीडिया – (जिसमे आते हैँ कठपुतली, लोक रंगमंच, नुक्कड़ नाटक ये सब लोगों को मनोरंजन के साथ साथ प्रेरित भी करते हैँ)
2. प्रिंट मीडिया – (जिसमे आते हैँ पुस्तकें, पम्पलेट, समाचार पत्र, पत्रिकाएं इत्यादि जिन्हे पढ़ कर लोग ज्ञान प्राप्त करते हैँ)
3. इलेक्ट्रॉनिक मीडिया – (जिसमे आते हैँ रेडियो, सिनेमा, टेलीविजन जिन्हे देख कर ख़बरों को पता लगाया जा सकता है)
1. लोक मीडिया
लोक मीडिया संचार को बढ़ाने और किसी समाज के निचले स्तर पर समाचार पहुँचाने का एक साधारण माध्यम है।
कठपुतली
कठपुतली के माध्यम से हम मनोरंजन के साथ-साथ लोगों में सूचना का वितरण भी कर सकते हैं। पहले किस समय में कठपुतली जैसे कार्यक्रमों को बहुत ज्यादा ही महत्व दिया जाया करता था। कठपुतली को संचार का बहुत ही अच्छा स्त्रोत माना गया। साथ ही साथ संपूर्ण विश्व में कठपुतली का एक रंगमंच तैयार किया गया।
नुक्कड़ नाटक
नुक्कड़ नाटक जनसंचार का एक बहुत ही अच्छा माध्यम माना गया है। जिसका प्रयोग हम सामाजिक राजनीतिक संदर्भों का प्रचार करने के लिए और सामाजिक मुद्दों पर लोगों को जागरूकता प्रदान करने के लिए करते हैं।
नुक्कड़ नाटकों को ऐसी जगह प्रदर्शित किया जाता है जहां भारी भीड़ होती है। साथ ही साथ नुक्कड़ नाटक को समाज के सुधारों में प्रचार के लिए उपयोग किया जाता है। लोगों को किसी खास मुद्दे पर एकजुट करने के लिए नुक्कड़ नाटक को प्रदर्शित किया जाता है।
2. प्रिंट मीडिया
प्रिंट मीडिया में लिखित रूप से खबरों को लोगों तक पहुंचाया जाता है। प्रिंट मीडिया जनसंचार का बहुत ही अच्छा माध्यम माना गया है। काफी समय पहले से प्रिंट मीडिया को जनसंचार के रूप में प्रयोग किया जा रहा है। प्रिंट मीडिया के अंतर्गत समाचार पत्र, पत्रिकाएं, बुकलेट, त्रय मासिक, अर्धवार्षिक, वार्षिक पत्रिकाएं आदि शामिल हैं।
साथ ही साथ जो सूचना लिखित रूप में या फिर न्यूज़ स्टोरी के रूप में दर्शाई जाती है उसे मीडिया कहा जाता है। सबसे पहले न्यूज़ स्टोरी और घटना पर केंद्रित समाचारों की शुरुआत की गई, उसके बाद कोलकाता में और देश के अन्य प्रांतों में समुद्र भर्ती शहरों से होते हुए प्रिंट मीडिया का विस्तार होता गया।
प्रिंट मीडिया विस्तृत समाचार प्रसारित करता है और हर मुद्दे पर गंभीर चर्चा करते हुए लोगों को दर्शाता है। यही इसकी विशेषता मानी जाती है। भारत की किसी अन्य मीडिया की तुलना में प्रिंट मीडिया ने अन्य अन्य प्रकार के लेखों के माध्यम से सबसे ज़्यादा सूचना लोगों तक पहुंचाई हैं। लेकिन प्रिंट मीडिया की कमजोरी यह है कि इसे सिर्फ पढ़े लिखे लोग ही पढ़ कर समझ सकते हैं।
3. इलेक्ट्रॉनिक मीडिया
इलेक्ट्रॉनिक मीडिया प्रचार व सामाजिक संवाद का एक बहुत ही लोकप्रिय माध्यम बन चुका है। इलेक्ट्रॉनिक मीडिया भी प्रिंट मीडिया के साथ ही उभर कर आया। इलेक्ट्रॉनिक मीडिया की शुरुआत तब हुई जब रेडियो का आविष्कार किया गया। उसके बाद इलेक्ट्रॉनिक मीडिया भिन्न-भिन्न प्रकारों में बंट गया।
1. रेडियो
वीडियो को 20वीं शताब्दी के सर्वाधिक नाटक के विकास में से एक माना जाता था। रेडियो का आविष्कार सोने के बाद यह बहुत ही प्रभावशाली माध्यम बन चुका था। यह हर घर में हर जगह मौजूद हुआ करता था। धीरे-धीरे इसकी प्रशंसा बढ़ती गई और वैसे ही इसका प्रसार भी बढ़ता गया। जो लोग ज्यादा धनवान नहीं थे उनके लिए यह बहुत ज्यादा मीडिया से जुड़ने का उपयोगी माध्यम बन चुका था। यही कारण था कि रेडियो को घर-घर में महत्ता दी जाती थी।
2. सिनेमा
वर्तमान समय में सिनेमा मनोरंजन का सबसे बड़ा साधन बन चुका है। जब सिनेमा का जन्म हुआ तो लोगों को यह एक अजूबा लगता था। लोग इस चमत्कार को देखकर हैरान रह गए थे। पहले के जमाने में आपने देखा या सुना होगा कि उस समय जो भी फिल्म बनती थी उसमें आवाज नहीं हुआ करती थी सिर्फ आपको उसमें चित्र नजर आया करते थे। ऐसी फिल्मों को मूक फिल्म कहा जाता था।
उसके पश्चात आवाज के साथ फिल्मी बन्ना शुरू हुई और यह लोगों को बहुत पसंद आने लगीं। पुराने जमाने में ब्लैक एंड वाइट फिल्में तैयार की जाती थी लेकिन वर्तमान समय में जब सिनेमा विकसित हुआ तो रंगीन फिल्में बनना शुरू हुईं। सिनेमा जगत में भारत देश के मुंबई को फिल्म नगरी के नाम से जाना जाता है। मुंबई शहर का सिनेमा पूरी दुनिया में प्रसिद्ध बन चुका है।
3. टेलीविजन
टेलीविजन को एक मनुष्य द्वारा बनाया गया सबसे महत्वपूर्ण अविष्कारों में गिना जाता है। टेलीविजन एक तकनीकी आविष्कार के रूप में देखा जाता है। इससे हम कहीं भी बैठकर कहीं भी हो रही घटना को देख सकते हैं। यह पढ़ने और सुनने का माध्यम नहीं बल्कि देखने का माध्यम है।
रेडियो या अखबार से ज्यादा टेलीविजन को महत्ता दी जाती है। क्योंकि हम रेडियो में सिर्फ सुन सकते हैं और अखबार में सिर्फ पढ़ सकते हैं लेकिन टेलीविजन में हम सुनने के साथ-साथ चित्रों के माध्यम से उस पूरी घटना को देख सकते हैं और अच्छी तरह से समझ सकते हैं।
सोशल मीडिया क्या है?
आप कई बार सोचते होंगे कि मीडिया और सोशल मीडिया में क्या फ़र्क़ है। तो हम आपको बता दें कि सोशल मीडिया, मीडिया का एक भाग माना जाता है। जिसे हम इंटरनेट के माध्यम से देख सकते हैँ। सोशल मीडिया एक बहुत ही बड़ा नेटवर्क बन चुका है। सोशल मीडिया पूरे विश्व को एक साथ जोड़े रखने का काम करता है। सोशल मीडिया संचार के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण माना जाता है।
मीडिया की दुनिया में सोशल मीडिया एक बहुत ही लोकप्रिय और बेहतरीन प्लेटफॉर्म बन चुका है। आज के समय में लोग टेलीविजन को छोड़कर इंटरनेट या सोशल मीडिया पर फिल्मों और टीवी पर आने वाले प्रोग्रामों को भी देख लेते हैं। सोशल मीडिया के माध्यम से हम वीडियो और ऑडियो चैट भी आसान बन पाया है। जिसमें फेसबुक, व्हाट्सएप, इंस्टाग्राम जैसे प्लेटफार्म का भरपूर साथ मिला है।
निष्कर्ष (Conclusion)
तो दोस्तों आज हमने इस लेख के द्वारा Media के बारे में जानने की कोशिश की है। इस लेख में हमने आपको Media क्या होता है, Media के कितने प्रकार होते हैं, Media के कार्य और भूमिका, साथ ही हमने Social Media क्या है। अगर आपको हमारा आर्टिकल पसंद आया हो तो कृपया कर इस जानकारी को अपने दोस्तों के साथ जरूर साझा करें। साथ ही अगर आपको Media के बारे में और कोई भी जानकारी चाहिए तो आप हमें कमेंट बॉक्स में पूछ सकते हैं, हम आपके सवालों के जवाब देने की पूरी कोशिश करेंगे।